BIG DATA – समझें बड़ी बात को बड़ी आसानी से!

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आज की दुनिया में डेटा हर जगह है – सोशल मीडिया साइट्स, सेंसर नेटवर्क्स, डिजिटल इमेज या वीडियो, सेलफोन के GPS सिग्नल्स, खरीदारी की ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड्स, वेब लॉग्स, मेडिकल रिकॉर्ड्स, आर्काइव्स, मिलिट्री सर्विलांस, ई-कॉमर्स, और जटिल वैज्ञानिक शोध – हर जगह से डेटा इकट्ठा हो रहा है। सोचिए, ये डेटा कुल मिलाकर Quintilian bytes तक पहुंचता है! और यही डेटा है जिसे हम कहते हैं – BIG DATA

Big Data और इसके चार V’s

Big Data क्या है?

Big Data दरअसल ऐसे बड़े और जटिल डेटा का समूह है जिसे कैप्चर करना, स्टोर करना, प्रोसेस करना, रिट्रीव करना और एनालाइज करना पारंपरिक DBMS टूल्स या इंफॉर्मेशन प्रोसेसिंग टेक्निक्स के लिए काफी कठिन हो सकता है।

हालांकि, आज के एडवांस्ड टूल्स और टेक्नोलॉजी की वजह से यह काम आसान हो गया है। “Big Data” का कॉन्सेप्ट हर कंपनी के लिए अलग हो सकता है, यह उनकी साइज, कैपेसिटी, और उपलब्ध तकनीकों पर निर्भर करता है। किसी कंपनी के लिए कुछ गीगाबाइट्स का डेटा हैंडल करना मुश्किल हो सकता है, तो किसी के लिए टेराबाइट्स तक का डेटा सिरदर्द बन सकता है।

Big Data के चार V’s:

1. Volume (वॉल्यूम)

Big Data की सबसे पहली पहचान इसकी वॉल्यूम है। यह डेटा टेराबाइट्स से लेकर पेटाबाइट्स तक हो सकता है। जैसे कि Facebook के 15 टेराबाइट्स पोस्ट्स या 400 बिलियन मेडिकल रिकॉर्ड्स!

2. Velocity (वेलोसिटी)

Velocity का मतलब है डेटा का प्रवाह। Big Data को तेज़ी से प्रोसेस करना बहुत जरूरी है क्योंकि समय का फैक्टर कई कंपनियों के लिए अहम होता है।
सोचिए, शेयर मार्केट में 2 मिलियन रिकॉर्ड्स को प्रोसेस करना या लाखों छात्रों के एग्जाम रिजल्ट्स को एनालाइज करना – यह सब तभी मुमकिन है जब डेटा तेजी से प्रोसेस किया जाए।

3. Variety (वैराइटी)

Big Data किसी एक फॉर्मेट में सीमित नहीं होता। यह स्ट्रक्चर्ड, अनस्ट्रक्चर्ड, टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, वीडियो, ईमेल्स, लॉग फाइल्स, और यहां तक कि 3D मॉडल्स में भी हो सकता है।
आजकल रिसर्च बताती है कि ज्यादातर डेटा नॉन-न्यूमेरिक होता है, लेकिन यह भी decision-making के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है।

4. Veracity (वेरासिटी)

Veracity डेटा की अनिश्चितता को दर्शाता है। डेटा कभी-कभी इतना असंगठित या अपूर्ण हो सकता है कि उस पर भरोसा करना मुश्किल हो जाता है। उदाहरण के लिए, Twitter पोस्ट्स में हैशटैग्स, टाइपिंग मिस्टेक्स, और colloquial language शामिल होती है।
लेकिन आज की Big Data analytics टेक्नोलॉजी ऐसी चुनौतियों को भी संभाल सकती है।


Big Data और Opportunities

आज के दौर में डेटा की अहमियत इतनी बढ़ गई है कि पुरानी कहावत "Customer is King" अब बदलकर "Data is King" बन गई है। सही निर्णय लेने के लिए सही प्रकार और सही मात्रा में डेटा का विश्लेषण करना बहुत जरूरी है।

चाहे हेल्थकेयर हो, बैंकिंग हो, पब्लिक सेक्टर हो, फार्मास्युटिकल हो या IT – हर क्षेत्र में कंपनियों को अपनी सीमित जानकारी से बाहर जाकर, सेंसर डेटा, इमेजेस, वेबलॉग्स जैसे अनदेखे डेटा को समझना होगा।
स्मार्ट ऑर्गनाइजेशन्स की खासियत यही होती है कि वे डेटा को सही ढंग से स्कैन कर, अपने संसाधनों का बेहतर आवंटन कर, उत्पादकता बढ़ाने और इनोवेशन को प्रेरित करने में सफल होते हैं।

Big Data Analysis: क्यों है ये इतना महत्वपूर्ण?

आज के दौर में Big Data analysis सिर्फ एक तकनीकी टर्म नहीं, बल्कि हर इंडस्ट्री के लिए सफलता की कुंजी बन चुका है। आइए, समझते हैं कि Big Data analysis इतना क्रिटिकल क्यों है:


Big Data Analysis के 5 बड़े फायदे

  1. डाटा: प्रोडक्शन का नया फैक्टर
    जिस तरह लेबर और कैपिटल हर इंडस्ट्री में प्रोडक्शन के महत्वपूर्ण फैक्टर्स हैं, उसी तरह आज डेटा भी एक अहम फैक्टर बन गया है।

  2. निर्णय प्रक्रिया को और बेहतर बनाना
    Big Data analysis से कंपनियां ऐसी जानकारी हासिल कर सकती हैं जो उनके निर्णय लेने की प्रक्रिया को पूरी तरह बदल सकती है और उसे अधिक फलदायक बना सकती है।

  3. कस्टमर सेगमेंटेशन को आसान बनाना
    Big Data के जरिए कस्टमर सेगमेंटेशन ज्यादा आसान और स्पष्ट हो जाता है। इससे कंपनियां अपने सबसे फायदेमंद और वफादार ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित कर सकती हैं।

  4. भविष्य के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की योजना बनाना
    Big Data यह तय करने में मदद करता है कि भविष्य में ग्राहकों को किस प्रकार के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की जरूरत होगी। इस तरह कंपनियां हर कदम पर एक प्रैक्टिव अप्रोच अपना सकती हैं।

  5. संस्थाओं की ग्रोथ और कंपटीशन
    Big Data का सही तरीके से उपयोग कंपनियों की ग्रोथ और डेवलपमेंट पर सीधा प्रभाव डालता है। डाटा-ड्रिवन रणनीतियां आज मैनेजमेंट लेवल पर सबसे नए ट्रेंड्स में शामिल हो रही हैं।


Big Data को Harness कैसे करें?

जैसा कि नाम से ही पता चलता है, Big Data को कैप्चर, स्टोर, प्रोसेस और एनालाइज करना आसान काम नहीं है। इसे ऑप्टिमाइज़ करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसके लिए मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और अत्याधुनिक तकनीक की आवश्यकता होती है।

Big Data को सही से Harness करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

  • प्राइवेसी और सिक्योरिटी: डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
  • इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी: डेटा का उपयोग करते समय बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए।
  • लायबिलिटी मुद्दे: यह सुनिश्चित करें कि डेटा का उपयोग जिम्मेदारी से हो।

Big Data का असली महत्व इसकी मात्रा में नहीं, बल्कि इसमें छुपे इनसाइट्स में है। जो कंपनियां Big Data का सही तरीके से उपयोग कर पाती हैं, वे achievers की कैटेगरी में आती हैं, बाकी पीछे छूट जाती हैं।


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