दिल के रोगों से जुड़ी 5 आम गलतफहमियाँ – और उनकी सच्चाई
हमारे समाज में हृदय रोग (Cardiovascular Disease) को लेकर कई प्रकार की गलतफहमियाँ फैली हुई हैं। ये मिथक न केवल हमारी सोच को भ्रमित करते हैं, बल्कि कई बार गंभीर बीमारियों की अनदेखी का कारण भी बनते हैं। इस लेख में हम ऐसे ही पाँच आम मिथकों को तोड़ते हुए उनकी सच्चाई को सामने रखेंगे।
1. मिथक: "युवाओं को दिल की बीमारी की चिंता करने की जरूरत नहीं है।"
सच्चाई:
आज के समय में मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज़ और तनाव जैसी समस्याएं कम उम्र में ही लोगों को प्रभावित कर रही हैं। इन सभी का सीधा संबंध हृदय रोगों से होता है। इसलिए, केवल बुज़ुर्ग नहीं, युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोग भी हृदय रोग के खतरे में हैं। दिल का ध्यान रखने की शुरुआत युवावस्था से ही करनी चाहिए।
2. मिथक: "दिल की बीमारी सिर्फ अमीरों को होती है।"
सच्चाई:
हृदय रोग अमीर और गरीब में फर्क नहीं करता। यह उन सभी को हो सकता है जिनकी जीवनशैली अस्वस्थ है – चाहे वे किसी भी आर्थिक वर्ग से आते हों। असंतुलित आहार, शारीरिक निष्क्रियता, धूम्रपान, शराब का सेवन – ये सभी कारण किसी भी वर्ग में मौजूद हो सकते हैं।
3. मिथक: "अगर मैं कोलेस्ट्रॉल कम करने की दवाएं (जैसे स्टैटिन्स) लेता हूँ, तो मैं कुछ भी खा सकता हूँ।"
सच्चाई:
दवाएं तभी कारगर होती हैं जब उन्हें सही खानपान और जीवनशैली के साथ जोड़ा जाए। यदि आप स्टैटिन्स लेते हुए भी अधिक वसा युक्त और तले-भुने खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो दवा का असर कम हो सकता है और कोलेस्ट्रॉल स्तर और भी बढ़ सकता है।
4. मिथक: "हाई ब्लड प्रेशर से सिर्फ किडनी खराब होती है, दिल को कुछ नहीं होता।"
सच्चाई:
उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) एक 'साइलेंट किलर' है। यह केवल किडनी ही नहीं, दिल पर भी बुरा असर डालता है। समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह दिल की धड़कन बिगाड़ सकता है, हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है और हार्ट अटैक की संभावना भी बढ़ा सकता है।
5. मिथक: "मेरे परिवार में किसी को दिल की बीमारी नहीं हुई, इसलिए मुझे भी नहीं होगी।"
सच्चाई:
हालांकि पारिवारिक इतिहास एक जोखिम कारक हो सकता है, लेकिन अकेला यही पर्याप्त नहीं है। यदि आप अनियमित जीवनशैली अपनाते हैं – जैसे धूम्रपान, असंतुलित आहार, व्यायाम की कमी – तो आपको हृदय रोग होने की पूरी संभावना है, चाहे आपके परिवार में किसी को यह बीमारी हुई हो या नहीं।
सारांश:
हृदय रोग से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है – सही जानकारी और जागरूकता। इन मिथकों को पहचानिए, और एक स्वस्थ, संतुलित जीवनशैली अपनाकर अपने दिल की हिफ़ाज़त कीजिए। आखिरकार, "सही ज्ञान ही सही इलाज की शुरुआत है।"