भारत की सीमाओं का भूगोल: पड़ोसी देशों और विवादों की चर्चा

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नमस्ते दोस्तों,
आज हम भारत की भूगोल से जुड़ी एक दिलचस्प चर्चा करेंगे। सवाल है – भारत कितने देशों के साथ अपनी सीमाएं साझा करता है? शायद आप में से ज्यादातर का जवाब होगा कि भारत 6 देशों के साथ अपनी सीमाएं साझा करता है। कुछ लोग 7 या 8 देशों का भी अनुमान लगाएंगे। लेकिन क्या हो अगर मैं आपको बताऊं कि भारत कुल 11 देशों के साथ सीमा साझा करता है?
जी हां, यह सच है! भारत का लगभग 15,000 किमी लंबा भूमि सीमा क्षेत्र है, जो कई देशों के साथ जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, भारत के पास 7,516 किमी लंबी तटरेखा भी है।
भारत की सीमाएं न केवल हमारे पड़ोसी देशों के साथ हमारे संबंधों को परिभाषित करती हैं, बल्कि देश की आर्थिक और रणनीतिक सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभाती हैं। इसलिए इन सीमाओं और उनसे जुड़े विवादों को समझना हमारे लिए बहुत जरूरी है।

आइए, एक-एक करके भारत के सभी पड़ोसी देशों की सीमाओं और उनसे जुड़े मुद्दों पर नजर डालते हैं।


1. भारत-पाकिस्तान सीमा

भारत और पाकिस्तान की सीमा 3,323 किमी लंबी है। यह सीमा गुजरात, राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से गुजरती है।

  • रेडक्लिफ लाइन: 1947 में विभाजन के दौरान यह सीमा निर्धारित की गई थी।
  • लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC): जम्मू-कश्मीर में विवादित क्षेत्रों के कारण इसे LoC कहा जाता है।
  • मुख्य विवाद:
    • पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और गिलगित-बाल्टिस्तान।
    • सियाचिन ग्लेशियर, जिसे दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र कहा जाता है।

2. भारत-अफगानिस्तान सीमा

भारत और अफगानिस्तान के बीच 16 किमी लंबी सीमा है, जो वाखान कॉरिडोर में स्थित है।

  • हालांकि, यह क्षेत्र भारतीय नियंत्रण में नहीं है।
  • यह सीमा भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सेंट्रल एशिया के बाजारों तक भारत की पहुंच सुनिश्चित कर सकती है।

3. भारत-चीन सीमा

भारत और चीन के बीच की सीमा 3,488 किमी लंबी है, जो लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है।

  • मुख्य विवाद:
    • अक्साई चिन: इसे चीन ने 1962 के युद्ध के दौरान कब्जा कर लिया।
    • अरुणाचल प्रदेश: चीन इसे दक्षिण तिब्बत कहता है।
  • ऐतिहासिक रूप से तीन सीमाएं मानी जाती हैं –
    1. जॉनसन-अर्दाग लाइन
    2. मैकडॉनल्ड लाइन
    3. मैकमोहन लाइन (इसे भारत मान्यता देता है, लेकिन चीन नहीं)।

4. भारत-नेपाल सीमा

भारत और नेपाल के बीच 1,751 किमी लंबी सीमा है।

  • यह एक खुली सीमा है, यानी यहां से लोगों का आना-जाना बिना वीज़ा के हो सकता है।
  • मुख्य विवाद:
    • कालापानी इलाका।
    • सुस्ता क्षेत्र।

5. भारत-भूटान सीमा

भारत और भूटान की सीमा 699 किमी लंबी है।

  • यह भी एक खुली सीमा है।
  • भारत-भूटान सीमा पर कोई बड़ा विवाद नहीं है।

6. भारत-म्यांमार सीमा

भारत और म्यांमार की सीमा 1,643 किमी लंबी है।

  • यहां फ्री मूवमेंट रिजीम (FMR) लागू है, जिसके तहत दोनों देशों की जनजातियां 16 किमी तक सीमा पार कर सकती हैं।
  • इस सीमा से संबंधित विवादों में सीमा स्तंभों की गलत स्थिति शामिल है।

7. भारत-बांग्लादेश सीमा

यह भारत की सबसे लंबी भूमि सीमा है, जिसकी लंबाई 4,096 किमी है।

  • मुख्य विवाद:
    • एन्क्लेव्स का मुद्दा (2015 में सुलझा लिया गया)।
    • सीमा पर अवैध घुसपैठ और तस्करी।
  • 2015 में भूमि सीमा समझौते के तहत दोनों देशों ने अपनी सीमा को स्पष्ट किया।

समुद्री सीमाएं

भारत के पास 7,516 किमी लंबी तटरेखा है, जो हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से घिरी हुई है।

  • भारत की समुद्री सीमाएं श्रीलंका, मालदीव और इंडोनेशिया के साथ जुड़ी हुई हैं।
  • समुद्री सीमाओं में मछली पकड़ने, तेल और गैस के भंडार जैसे मुद्दे अक्सर विवाद का कारण बनते हैं।

भारत की सीमाओं का महत्व

भारत की सीमाएं केवल भौगोलिक सीमाएं नहीं हैं। ये हमारी सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता को भी प्रभावित करती हैं। सीमाओं से जुड़े विवाद भारत के रक्षा खर्च को भी बढ़ाते हैं।

दोस्तों, भूगोल की इस चर्चा का उद्देश्य केवल तथ्यों को जानना नहीं है, बल्कि इन सीमाओं के महत्व और उनसे जुड़े मुद्दों को समझना भी है।


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