नदियाँ किसी भी देश की जीवनरेखा होती हैं। ये न केवल देश की सांस्कृतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय गतिविधियों को दिशा देती हैं, बल्कि विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों को भी आपस में जोड़ती हैं। भारत में 8 मुख्य नदी प्रणालियाँ हैं, और अगर सभी बड़ी-छोटी नदियों को मिलाकर देखें तो इनकी संख्या 400 से भी अधिक है। आज हम भारत की कुछ महत्वपूर्ण नदियों और उनके योगदान के बारे में जानेंगे।
गंगा नदी प्रणाली:
गंगा भारत की सबसे बड़ी नदी प्रणाली है, जिसकी कुल लंबाई 2,525 किमी है। यह नदी उत्तराखंड में गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है और उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल तक पहुँचती है। अंततः यह नदी बंगाल की खाड़ी में गिरती है। गंगा अपने पूरे सफर में पाँच प्रमुख राज्यों - उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को पार करती है।
गंगा का उद्गम:
गंगा नदी का उद्गम स्थान उत्तराखंड के गंगोत्री ग्लेशियर में 'गोमुख' नामक स्थान पर स्थित है। शुरुआत में इसे भागीरथी नदी कहा जाता है। भागीरथी में कई सहायक नदियाँ आकर मिलती हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- केदार गंगा - यह केदारनाथ से निकलकर गंगोत्री में भागीरथी से मिलती है।
- अलकनंदा नदी - इसका स्रोत सतोपंत ग्लेशियर है। यह देवप्रयाग में भागीरथी से मिलकर गंगा का निर्माण करती है।
- मंदाकिनी नदी - यह चौरीबाड़ी ग्लेशियर से निकलकर अलकनंदा में मिलती है।
प्रयागों का महत्व:
गंगा और उसकी सहायक नदियों के मिलन स्थल को "प्रयाग" कहा जाता है। इनमें पाँच प्रमुख प्रयाग हैं:
- देवप्रयाग - भागीरथी और अलकनंदा का संगम।
- रुद्रप्रयाग - अलकनंदा और मंदाकिनी का संगम।
- कर्णप्रयाग - अलकनंदा और पिंडर नदी का संगम।
- नंदप्रयाग - अलकनंदा और नंदाकिनी का संगम।
- विष्णुप्रयाग - अलकनंदा और धौलीगंगा का संगम।
गंगा के प्रमुख सहायक नदियाँ:
- रामगंगा नदी - नैनीताल से निकलकर कन्नौज में गंगा से मिलती है।
- घाघरा नदी - नेपाल के हिमालय से निकलकर सारण (बिहार) में गंगा में मिलती है।
- कोसी नदी - नेपाल से निकलकर कटिहार (बिहार) में गंगा से मिलती है।
- सोन नदी - मध्य प्रदेश के अमरकंटक से निकलकर पटना में गंगा से मिलती है।
- पुनपुन नदी - झारखंड से निकलकर पटना में गंगा से मिलती है।
गंगा का अंतिम सफर:
गंगा पश्चिम बंगाल में पहुँचने के बाद मुर्शिदाबाद जिले के पास फरक्का बाँध के पास दो शाखाओं में बँट जाती है:
- पद्मा नदी - जो बांग्लादेश में बहती है।
- हुगली नदी - जो पश्चिम बंगाल में हावड़ा, कोलकाता और हल्दिया जैसे क्षेत्रों से होते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
सुंदरबन डेल्टा:
गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदियों का संगम सुंदरबन डेल्टा का निर्माण करता है। यह डेल्टा दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा है और यह जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है।
गंगा का महत्व:
गंगा न केवल एक नदी है, बल्कि यह भारतीय समाज और संस्कृति का प्रतीक है। इसके किनारे बसे शहर जैसे वाराणसी, प्रयागराज, और हरिद्वार धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रमुख केंद्र हैं। साथ ही, यह नदी लाखों लोगों की आजीविका का साधन भी है।
इस प्रकार, गंगा का सफर उत्तराखंड के गोमुख से शुरू होकर बंगाल की खाड़ी में समाप्त होता है, और इसके रास्ते में यह न केवल जीवन देती है, बल्कि भारतीय सभ्यता को भी समृद्ध करती है।